Tuesday, September 18, 2018

ससुरजी का श्राद्ध

एक दिन बाद
बहू को आया याद
अरे कल था ससुरजी का श्राद्ध
आधुनिका बहू ने क्या किया
डोमिनोस को फोन किया
और एक पिज्जा पंडितजी के यहां भिजवा दिया
ब्राहमण भोजन का ये मॉडर्न स्टाइल था
दक्षिणा के नाम पर कोक मोबाइल था
रात ससुरजी सपने में आये
थोड़े से मुस्कराए
बोले शुक्रिया
मरने के बाद ही सही, याद तो किया
पिज्जा अच्छा था, भले ही लेट आया
मैंने मेनका और रम्भा के साथ खाया
उन्हें भी पसंद आया
बहू बोली, अच्छा तो आप अप्सराओं के साथ खेल रहे है
और हम यहां कितनी मुसीबतें झेल रहे है
महगाई का दौर बढ़ता ही जाता है
पिज्जा भी चार 400 में आता है
ससुरजी बोले हमें सब खबर है भले ही दूर बैठे हैं
लेट हो जाने पर डोमिनो वाले भी पिज्जा फ्री में देते हैं।।


--- अज्ञात